Smit Old Age Home and Care Foundation
‘स्मित ओल्ड ऐज होम’ का सफ़र हमारे लिए रोमांच भरा था, जहाँ हमने कई चीज़े खोजी और महसूस की। हमने 17 अगस्त को अतीत के उन पन्नों को पढ़ा, जो शायद आज की चमक–धमक में कहीं खो गए थे। दादा–दादी से मिलकर हमें जो कुछ थोडे. बहुत ज़िदगी से जुडे. नुस्के तथा सीख मिली, वे हमारे लिए अतुल्य हैं। हम सभी ने मिलकर उन्हें उनकी रोजमर्रा की ज़रुरतें पूरी करने हेतु कुछ सामान दिया तथापि उनके सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित किया। जब उनसे बात करने का अवसर प्राप्त हुआ, तो हम सभी मिलकर उन सब से हल्के–फुल्के विषयों पर चर्चा करने लगे। वक्त वहाँ कब गुज़र गया, पता ही न पड़ा।
हम वहाँ गए तो थे मुस्कुराहट बाँटने, परंतु कब हमारी झोली ज्ञान और सुकून के अमूल्य मोतियों से भर गई,हमें पता ही नहीं चला।